देश की वैक्सीन पर इतना हंगामा क्यों? वैक्सीन देश की है या दल की? इन मुद्दों पर एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्रा ने कहा, फेस वन ट्रायल में छोटे नंबर के ट्रायल किए जाते हैं. वैक्सीन तैयार होती है ये 10-20 हेल्दी वॉलंटियर्स को दी जाती है. फेस-2 ट्रायल पहले से ज्यादा लोगों पर की जाती है. अब तक आए आंकड़ों के मुताबिक किसी भी वैक्सीन की सेफ्टी पर सवाल नहीं उठे हैं. वैक्सीन प्लेटफॉर्म्स तैयार थे और उनकी तकनीक पहले से तैयार थी तभी ऐसा संभव हो सका. अभी तक किसी वैक्सीन के फाइनल आंकड़े नहीं आए हैं.#PoliticsOnVaccine #DeshKiBahas